सामुदायिक ग्रामीण विकास / बैजनाथ सिंह
Language: Hindi Publication details: New Delhi : National Books Trust, 2011.Description: 165 pOther title:- Samudayak gramin vikash
- 307.72 SIN-S
Item type | Current library | Collection | Call number | Status | Date due | Barcode | Item holds | |
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Books | Library, SPAB Hindi | Hindi Collection | 307.72 SIN-S (Browse shelf(Opens below)) | Available | 011182 |
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यह पुस्तक गाँवों में रहने वालों में स्वावलंबन, स्वाभिमान, और सतत परिश्रम की भावना जागृत करने का प्रयास करती है | खेती के साथ साथ शिक्षा, स्वास्थ्य, श्रमदान, कुटीर उद्योग] और आय के अन्य साधन किस तरह के आदर्श गाँव की परिकल्पना को साकार कर सकते है, इस तथ्य को लेखक अपने अनुभवों के साथ प्रस्तुत कर रहे है |
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